सेवाभाव के साथ मिले उपचार से जीत ली जिंदगी की जंग
करीब दस साल पहले मुझे ब्रेस्ट में दर्द महसुस हुआ, लेकिन मुझे लगा यह दर्द मेनेपॉज की वजह से है इसलिए मैंने इसे नजर अंदाज कर दिया। करीब चार साल ऐसे ही गुजर गए और मुझे फिर से दर्द महसुस होने लगा। फिर मैंने अपने फैमेली डॉक्टर को दिखाकर जॉच करवाई तो मुझे थर्ड स्टेज का ब्रेस्ट कैंसर होना सामने आया। मैं डॉक्टर नितिन खूंटेटा से उपचार करवाने के लिए 2012 में जयपुर आयी और भगवान महावीर कैंसर हॉस्पिटल में उपचार करवाया।
जब पहली बार डॉक्टर से मिली तो उन्होंने ना सिर्फ मेरी बीमारी की स्थिति के बारे में बताया बल्कि उपचार किस तरह से होगा इसकी पूरी जानकारी देते हुए विश्वास दिलाया कि सब ठीक हो जाएगा। जब आपका डॉक्टर आपको यह विश्वास दिलाए तो लगता है कि आधी बीमारी तो ठीक ही हो गई है।
मैंने लापरवाही की और लम्बे समय तक बीमारी को नहीं दिखाया इसलिए मेरा कैंसर दोनों ब्रेस्ट में फैल गया था। ऐसे में दोनो ब्रेस्ट की सर्जरी जनवरी 2012 हुई और उसके बाद रेडिएशन थैरेपी चली। उपचार के दौरान डॉक्टर, नर्सिंग स्टॉफ सभी ने ना सिर्फ हमें कॉपरेट किया बल्कि समय-समय पर गाइड भी किया। इसी सपोर्ट की वजह से आज मैं पूरी तरह से स्वस्थ हूं। मुझे खुशी होती जब मैं रूटीन चैकअप के लिए नितिन खूटेंटा के पास आती हूं तो वह मेरा उदाहरण दूसरे पेशेंटस को देकर उनका मनोबल बढाते हैं। मेरा मानना है कि दिल्ली, मुम्बई के बड़े हॉस्पिटल मे जाकर महंगा इलाज करवाने से बेहतर है अपने राज्य में उपचार करवाया जाए जहां लोगों का उपचार सेवाभाव से किया जाता है।
कैंसर सरवाइवर रेणु शुक्ला (62वर्षीय), अजमेर
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