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Showing posts from July, 2017

महिलाओं में स्तन कैंसर का खतरा सर्वाधिक, समय पर उपचार ही बचाव

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भीलवाड़ा :   कैंसर के लक्षण पहचानते हुए उससे बचाव के लिए जागरूकता उत्पन्न करना जरूरी है। जल्द अवस्था में पता लगने पर कैंसर के ठीक होने की संभावना अधिक होती है।   शनिवार को भीलवाड़ा कैंसर केयर फाउंडेशन एवं भगवान महावीर कैंसर हॉस्पिटल के सयुंक्त तत्वाधान में आयोजित कार्यशाला में वरिष्ठ कैंसर रोग विशेषज्ञ ललित मोहन शर्मा ने यह बात कही। इन्होने कहा की महिलाओं में स्तन एवं बच्चेदानी के  कैंसर का खतरा सर्वाधिक होता है।  मैमोग्राफी नामक  विशेष प्रकार की एक्स-रे मशीन द्वारा सूक्ष्मतम गाँठ का पता लगाया जा सकता है। चिकित्सा निदेशक डॉ पारीक ने बताया की जागरूकता से ही कैंसर के खतरे को कम किया जा सकता है।  इसी मुहिम को आगे बढ़ाते हुए भगवान महावीर कैंसर  हॉस्पिटल द्वारा जल्दी पहचान आपकी सुरक्षा स्तन एवं गर्भशय कैंसर का समयोचित निदान कार्यक्रम चलाया जाता है। कैंसर केयर की अध्यक्षा अनिला कोठारी ने बताया की कार्यक्रम के तहत 40 वर्ष से अधिक आयु  की  महिलाओ हेतु महीने के आखरी शनिवार को 2 से 4 बजे...

Raamkripal Meena's victory over cancer

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Raamkripal Meena’s battle with oral cancer began at 2016 with a persisting red spot on the bottom right side of his tongue. Raamkripal Meena is a resident of Rajgarh, Alwar and an employee of Indian Railways. Mr. Meena started chewing tobacco when he was young, but it was hard to find anything to smile about when a small spot in his mouth proved to be cancer in 2016. Mr. Meena was consulted by Dr. Pawan Agarwal, Consultant Oncologist at Bhagwan Mahaveer Cancer Hospital, Jaipur . Where he was suggested for surgery and gave him the confidence to fight against a deadly disease like cancer. He underwent 10 months of regular treatment and now he has a clean bill of health. If you think smokeless tobacco is a safer alternative to cigarettes, think again. One can of dip has as much nicotine as three packs of cigarettes, leading to quick addiction. When he could finally return to work Mr. Meena knew he was on his way. He’s become a preacher of sorts at wor...

भगवान महावीर कैंसर चिकित्सालय में हुआ न्यूरोसर्जरी का पहला सफल ऑपरेशन

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कन्हैया लाल रोगी  जयपुर , भगवान महावीर कैंसर चिकित्सालय एंड रिसर्च सेंटर में न्यूरोसर्जरी का पहला सफल ऑपरेशन किया गया। हाल ही हॉस्पिटल में शुरू हुई न्यूरोसर्जरी की सेवाओं के तहत रविवार को दाएं फेफड़े का कैंसर जो की वर्टिबल ( डी 8 ) मे था, की सर्जरी की गई। यह ऑपरेशन हॉस्पिटल के न्यूरोसर्जन एवं डॉक्टर्स की टीम के द्वारा किया गया। सहायक चिकित्सा अधीक्षक डॉ सुभा पठानिया ने बताया कि मानसरोवर निवासी कन्हैया लाल पटेल का फेफड़े का कैंसर रीढ की हडडी ( डी 8 ) में फैल गया था, जिससे मरीज़ की कमर में अत्याधिक दर्द था और दोनों पैरों में लकवे के लक्षण आरंभ हो गए थे। इससे रोगी का मल - मू़ त्र पर नियंत्रण भी खत्म हो सकता था। रोगी का न्यूरोसर्जरी टीम की ओर से ऑपरेशन कर रीढ की हडडी का दबाव हटाकर स्क्रू और रॉड के जरीए पास की सामान्य हडडी से जोडा गया। आगामी माह से चिकित्सालय में ब्रेन टयूमर, स्पाइनल टयूमर की सर्जरी, अत्याधुनिक ऑपरेशन थिए...

कैंसर से हारना नहीं कैंसर को हराना है

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40 वर्षीया नाथूदेवी निवासी मालपुर, राजस्थान।    नाथूदेवी की ज़ुबानी :  ज़िन्दगी की हकीकत का सामना तब हुआ जब ये पता चला की मुँह में जिभ पर हो रखे छोटे से छाले ने कैंसर का रूप ले लिया   है, मानो   की जाने एक पल में ही दुनिया बदल गई हो।   परिवार में मेरे पति रतन लाल जो की खेती करके घर चलाते   है, 3 बेटियां और छोटा सा बेटा। पूरी रात किसी को नींद नहीं आई, सब रो रहे थे, सब को सुबह होने का इंतज़ार था की कब सुबह हो और जयपुर के किसी बड़े अस्पताल में चलें।   जब हम अस्पताल पहुंचे तो डॉक्टर साब ने ऑपरेशन करने को कहा एवं ऑपरेशन हेतु गले को खोल के ऑपरेशन कहने की बात की। में   डर गई   मेंने ऑपरेशन  ना   करवाने की ज़िद्द पकड़ ली , मुझे डर था की कही में कुरूप   ना   हो जाऊ।   जैसे तैसे मेरे पति मुझे वहाँ से बाहर एक जूस  की दुकान पर ले गए एवं ऑपरेशन के लिए मानाने की कोशिश करने लगे।   हमारी ब...

Brave Heart: Late Shri Vidhya Vinod Kala

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“When Late Shri V.V Kala was detected with cancer in 1991, there wasn’t any reliable cancer treatment in Jaipur. He was operated by Dr. P.B. Desai in Bombay Hospital. He had to travel to Delhi every week to get his chemotherapies and other tests done. He couldn’t forget the pain he had to undergo and stress in Mumbai & Delhi as cancer patient. That’s why he thought of bringing-up a cancer hospital in Jaipur. Bhagwan Mahaveer Cancer Hospital and Research Centre named by him was solely Kala’s brainchild. He was determined that in future no cancer patient would undergo such a trauma and pain. On Mahaveer Jayanti in 1991 at Ramlila Ground, he publicly appealed to the Gov of Rajasthan for establishing a cancer hospital in Jaipur. The then Chief Minister Late Shri Bhairon Singh Shekhawat took it as a commitment. He willingly & gracefully accepted Mr. Kala’s appeal and assured immediate support to construct the hospital. Shri Kala spent his final seven years nurtur...

भगवान महावीर कैंसर हॉस्पिटल में इलाज ले रहे बाल कैंसर रोगियों ने की टाइगर श्रॉफ से मुलाकात

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भगवान   महावीर कैंसर हॉस्पिटल में कैंसर का इलाज ले रहे   बाल   रोगियों की अभिनेता टाइगर श्रॉफ से मिलने की मनोइच्छा आज पूरी हुई। हर दिन एक नई चुनौती का सामना कर रहे इन बच्चो की जब मनचाही   इच्छा पूरी   होती है तो इनके चेहरे पे जो   ख़ुशी   छलकती है वह बहुत अद्भुत होती है साथ ही इन छोटे प्रयासों से उनके स्वास्थ्य पे भी सकारात्मत प्रभाव पड़ता , अस्पताल के साथ अपनापन बना रहता है   व् अस्पताल में इलाज हेतू आने का  डर भी खत्म   हो जाता है। किसी   ने   माँगा   ऑटोग्राफ   तो   किसी   ने  की  डान्स   दिखाने   कि  फरमाइश मास्टर   राजेश   व्   अंजलि    ने   माँगा   ऑटोग्राफ   तो   बेबी   मनीषा   ने   की   डान्स   दिखाने    की   फरमाइश। टाइगर   श्रॉफ   के   हाथों   बच्चों   को   मनचाहे   उपह...

Inspiration and Hope for Others

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Mukesh Jain , a resident from Ajmer works in a marble factory. In the year 2016  he had felt a  severe pain in the right side of his  mouth. Due to which he consulted the local doctors of  Ajmer and found that he had a lump in his mouth which resulted in Cancer. According to the doctors, he was diagnosed with Cancer. As soon as his family members got to know that he was suffering from such a  deadly disease, they all went into shock as it is very painful to see your loved one in so much pain. Mukesh says that he is the  only  breadwinner in his family and it was going to be a very difficult time for all of them. The doctors in Ajmer advised and referred him  to Bhagwan Mahaveer Cancer Hospital, Jaipur for his further treatment as it is one of the best hospitals for Cancer Detection, Treatment & Prevention. In the hospital, he met Dr. Anil Gupta and the doctor guided and helped him with providing answers to his questions. After mee...

“SEED OF HOPE”

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Jaipur based homemaker Susheela Mathur aged 35 years, resident of Gopalpura discovered an unusual tumor in her left breast in 2002 in the month of October. She had never felt such kind of pain ever before and after a few days she consulted the local doctors in the city and found out that she was suffering from breast cancer. Susheela’s relatives and her family members after knowing about her health condition advised her to visit Bhagwan Mahaveer Cancer Hospital & Research Centre . At the hospital she met Dr. Patni who looked after her and explained her about the procedure including surgery and linked treatment. Days after the successful operation she underwent treatment including radiology and chemotherapy. During this excruciating journey her only source of happiness was the love & support that she received from her family members her helped her forgetting all her agony.  It’s been 15 years and she is perfectly healthy and elated now. Susheela says “one should...

कैंसर की रोकथाम हेतु कैंसर जागरूकता शिविर, भगवान् महावीर कैंसर हॉस्पिटल, जयपुर

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भगवान् महावीर कैंसर हॉस्पिटल एवं महावीर स्मारक सेवा समिति के संयुक्त तत्वाधान में शनिवार 10   जुलाई को अजमेर में   निशुल्क कैंसर जागरूकता और स्क्रीनिंग कैंप का आयोजन किया गया |  शिविर में   कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ कमल किशोर   लखेरा ने अपनी   सेवाएं दी  |   डॉ कमल किशोर ने कहा की कैंसर रोगियों की संख्या लगातार बढ़ रही है , लोग खान पान में सतर्कता और शुद्धता रखने पर कैंसर से बच सकते है | प्रथम दो स्टेज पर रोगी की सर्जरी , कीमोथेरेपी , रेडियो थेरेपी करने पर काबू पाया जा सकता है |   छाती में गांठ , लम्बी खांसी , मुँह में छाले , निगलने में तकलीफ , पेशाब में खून , श्वेत प्रदर , रक्त प्रदर और अन्य कई ऐसे लक्षण कैंसर के हो सकते है   | शिविर में 30 से अधिक मरीज़ो की जांच की गई | रोगियों की शुगर एवं रक्तचाप जांच निशुल्क की गई |