गम अकेला है तो सांसो को सताता है बहुत, दर्द को दर्द का हमदर्द बनाया जाए ।
डोनेट अ लाइफ परियोजना तहत निःशुल्क इलाज।
गम अकेला है तो सांसो को सताता है बहुत, दर्द को दर्द का हमदर्द बनाया जाए।
घर से मस्जिद है बहुत दूर चलो यूँ कर लें, किसी रोते हुए बच्चे को हँसाया जायें - निदा फाजली
नाम - मास्टर मोहित , 10 वर्ष
डॉक्टर - डॉ. अजय बापना
बीमारी - एचडी
मास्टर मोहित 10 वर्ष को उसके पिता बेलदारी का काम करने वाले श्री लालचन्द सैनी, मांडवा जिला झुंझनु से सितम्बर, 2014 में भगवान महावीर कैंसर अस्पताल में लेकर आये। बच्चे को गर्दन के दोनों ओर गंठाने थी और बार-बार बुखार की शिकायत थी। गंठान की बॉयोप्सी सीकर के एक अस्पताल में हुई जहां होजकिन्स लिम्फोमा कैंसर का निदान होने पर बच्चे को इस अस्पताल में लेकर आयें। गांठ के ब्लॉक्स मंगाकर अस्पताल की लैबोरेटरी में उनका पुनः विस्तृत परीक्षण किया गया व अन्य जांचे हुई। पेट सीटी करवाया गया। कैंसर गर्दन, सीने और पेट की गंठानो में फैला हुआ था, निदान हुआ होजकिन्स लिम्फोमा एडवांस स्टैज-4 बीएस आया ।
चिकित्सक की अनुशंसा एवं परिवारजनों की रजामंदी पर जीवनदान परियोजना में निःशुल्क उपचार के लिए बच्चे का पंजीकरण किया गया।
एबीवीडी** मल्टी ड्रग प्रोटोकोल कीमोथैरेपी के 6 साईकल दी गई, आखिरी मार्च, 2015।
सौभाग्य से एडवांस स्टैज होने के बावजूद ईलाज का बड़ा सकारात्मक एवं सफल प्रभाव बिना किसी दुष्प्रभाव के हुआ। वापस पेट सीटी परीक्षण पर सभी गांठो में कैंसर विलुप्त पाया गया।
वर्तमान (10 अगस्त, 2017) में बच्चा सर्वथा स्वस्थ है, और कक्षा 7वीं में पढ़ रहा है। अन्य बच्चों के साथ खेलता-कूदता है।
** एड्रियामाइसिन + ब्लियोमाइसिन + विनब्लास्टिन + डाकार्बाजिन
जीवनदान परियोजना द्वारा मास्टर मोहित का उपचार निःशुल्क करवाया गया। बच्चा परियोजना में पंजीकृत है और अस्पताल की निःशुल्क सेवायें उपलब्ध रहेंगी।
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