आंधियों तुमने दरख्तों को गिराया होगा, फूल से तितली को गिरा के देखो।
जिन चिरागों को हवाओं का कोई खौफ नहीं उन चिरागों को हवाओं से बचाया जायें ,
घर से मस्जिद है बहुत दूर चलो यूँ कर लें, किसी रोते हुए बच्चे को हँसाया जायें - निदा फाजली
खेतीहर शंकर चौधरी अपने 10 वर्ष के बच्चे रामावतार को सितम्बर, 2014 में लेकर आये। बच्चे के गर्दन के दायीं ओर गाँठ थी जो उत्तरोतर बढ़ रही थी। बीच-बीच में बुखार भी हो जाता था। पिता ने बताया कि 2010 में जयपुर के एक बड़े निजी अस्पताल में गाँठ की जाँच करवाई थी जिसकी मार्कर स्टड़ी के उपरान्त क्लासिकल होजकिन्स लिम्फोमा का निदान हुआ था। जयपुर के एक अन्य अस्पताल में उन्होंने एबीवीडी’ मल्टी ड्रग प्रोटोकोल की कीमोथैरेपी की एक साईकल ली।
लेकिन अपनी आर्थिक हालत के कारण ईलाज पर खर्चा वहन नहीं कर पाने पर आगे ईलाज नहीं करवाया। बड़ा मलाल रहा कि बच्चे का ईलाज नहीं करवा पा रहे है। मजबुरी थी, ईश्वर भला करेगें। लेकिन गले की गांठ आकार में बढती गई। सीने की गाँठो में भी फैल गई।
तीन वर्ष बाद भगवान महावीर कैंसर अस्पताल में गाँठ के नमूने का पुनः परीक्षण एवं अन्य सभी जाँचे करवाई। निदान हुआ, होजकिन्स लिम्फोमा स्टैज 2-बीएक्स।
उन्हें जीवनदान परीयोजना में बच्चो के इस रक्त कैंसर की निःशुल्क उपचार के बारे में बताने और अभिभावक की रजामंदी पर जीवनदान परीयोजना में अक्टूबर, 2014 में पंजीकृत किया गया।
बच्चे को 6 साईकल एबीवीडी प्रोटोकाल कीमोथैरेपी 6 महिने तक की दी गई। कीमोथैरेपी के कुछ दुष्प्रभाव और कोम्पलीकेशन हुये। कुछ दिन चिन्ता में गुजरे लेकिन कीमोथैरेपी का सार्थक एवं सफल असर हुआ। इसके बाद 18 फ्रेक्शन 3डीसीआरटी विकीरण विधि के दिये गये। इस प्रकार कीमोथैरेपी एवं विकीरण थैरेपी की आधुनिक विधियों से संयुक्त उपचार के बाद पेट सीटी स्कैन परीक्षण पर होजकिन्स की गाँठो में कैंसर विलुप्त होना पाया गया।
बच्चा अब सर्वथा स्वस्थ है।
मई, 2017 में फोलोअप पर पुनः पीटीसीटी परीक्षण पर बच्चा सर्वथा स्वस्थ है और सामान्य जीवन जी रहा है।
आंधियों तुमने दरख्तों को गिराया होगा
फूल से तितली को गिरा के देखो।
*** एड्रियामाइसिन + ब्लियोमाइसिन + विनब्लास्टिन + डाकार्बाजिन
जीवनदान परियोजना द्वारा बच्चे का पूर्ण उपचार निःशुल्क करवाया गया। बच्चा परियोजना में पंजीकृत है और अस्पताल की निःशुल्क सेवायें उपलब्ध रहेंगी।
...... आज रामवतार अन्य बच्चों की तरह स्कूल जा रहा है एवं परिवारजन बच्चे को खेलता कूदता देखकर काफी प्रसन्न है।
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