भगवान महावीर कैंसर चिकित्सालय में राज्य के पहले ए.एम.एल वार्ड की शुरुवात, इंफेक्शन रहित होगा उपचार
भगवान महावीर कैंसर चिकित्सालय एंव अनुसंधान केन्द्र में शुक्रवार को राज्य के पहले ए.एम.एल वार्ड की शुरुवात हुई। इस वार्ड के जरिए ए.एम.एल (एक्यूट मायलोइड ल्यूकेमिया) के मरीज को उपचार के दौरान इंफेक्शन से पूर्ण रूप से मुक्त रखा जा सकेगा। वार्ड का उदघाटन चिकित्सालय के अध्यक्ष श्री नवरतन कोठारी द्वारा किया गया।
अस्पताल के हीमेटोलोजिस्ट डॉ ललित मोहन शर्मा एवं डॉ उपेन्द्र शर्मा ने बताया कि ए.एम.एल एक प्रकार का ब्लड कैंसर है। इसके उपचार के दौरान रोगियों में इंफेक्शन का खतरा अन्य रोगों के मुकाबले 90 फीसदी तक ज्यादा होता है। ए.एम.एल के रोगी को उपचार के दौरान निमोनिया, खांसी और बुखार सहित कई तरह इंफेक्शन हो जाते हैं। जिसकी वजह उपचार का समय और उस पर होने वाला खर्च दोनों ही बढ जाता है। इस समस्या को देखते हुए चिकित्सालय के 12 बैड की क्षमता के ए.एम.एल वार्ड की शुरूआत की गई है।
इस वार्ड में प्रवेश के तीन स्तर रखें गए है, जिससे जब डॉक्टर या नर्सिंग कर्मचारी मरीज तक पहुंचे तो, कोई भी इंफेक्षन की संभावना नहीं रहे। चिकित्सालय की चिकित्सा अधीक्षक डॉ सुभा पठानिया ने बताया कि इस वार्ड के रोगी को जनरल वार्ड के खर्च पर मेडिकल आईसीयू की सुविधा दी जाएगी। इस मौके पर चिकित्सालय वरिष्ठ उपाध्यक्ष अनिला कोठारी, चिकित्सा निदेशक डॉ (मेजर जनरल) एस सी पारीक और मेडिकल ऑन्कोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ अजय बापना भी मौजूद थे।
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