तंबाकू सेवन से हुआ कैंसर,भगवान महावीर कैंसर चिकित्सालय में कराया इलाज, ठीक होने के बाद लोगों को कर रहे है प्रेरित


लक्ष्मणगढ़, जिला सीकर निवासी घनश्याम दत्त की तंबाकू खाने की लत ने उनको कैंसर रोगी बना दिया। घनश्याम दत्त वर्ष 1970 से तम्बाकू का सेवन कर रहे है। तम्बाकू के शौक ने इन्हें वर्ष 2006 में कैंसर रोगी बना दिया। जिस तंबाकू की वजह से उनको कैंसर हुआ, अब उसी के सेवन से दूरी बनाने के लिए लोगों को वह जागरूक रहे है।

8 महिने चला इलाज


घनश्याम दत्त
मूँह में घाव हुआ जो लगातार 8-10 महिने तक रहा, दवाईयों से भी सही नहीं हुआ। अलवर दिखाया, किसी ने भगवान महावीर कैंसर चिकित्सालय में सम्पर्क करने की सलाह दी। भगवान महावीर कैंसर चिकित्सालय मेें डॉ. अनिल कुमार गुप्ता जी से मिले। उन्होने आश्वस्त किया कि ऑपरेशन एवं उपचार के बाद आप पूर्णतः स्वस्थ हो जाओंगे। उपचार प्रारम्भ हुआ, ऑपरेशन के बाद कीमोथौरेपी एवं रेडियोथैरेपी हुई। सम्पूर्ण उपचार में लगभग 6 माह का समय लगा। आज वह पूरी तरह कैंसर मुक्त होकर स्वस्थ जीवन जी रहे है।

लोगो को करते है प्रेरित
तम्बाकू सेवन को रोकने के लिए लोगो को प्रेरित करते है, जब भी किसी युवा को तम्बाकु सेवन करते हुये देखते है तो उसके दुष्प्रभावों से उसे अवगत कराते है, एवं तम्बाकू छोड़ने के लिए प्रण दिलवाते है।






मन से डर निकल गया
डॉ. अनिल गुप्ता
जब उन्हें पता लगा कि उन्हें कैंसर हुआ है तो एक बार तो लगा कि उनका मौत से सामना हो गया। परिवार में कोहराम सा मच गया। जब भगवान महावीर कैंसर चिकित्सालय के डॉ. अनिल गुप्ता जी से परामर्श किया तब सारा डर मन से निकल गया और पूरे आत्मविश्वास से उपचार के लिये तैयार हो गया।






लक्षणों को नहीं करें अनदेखा



डॉ. अनिल गुप्ता ने बताया कि प्रारम्भिक स्थिति में अस्पताल पहुँचने वाले 90 प्रतिशत कैंसर रोगियों को बचाया जा सकता है, सामान्यत इन लक्षणों को अनदेखा नहीं करें जैसे मुँह में छाला या घाव जो सही नहीं हो रहा हो, अत्यधिक रक्तस्त्राव, शरीर में कहीं भी गांठ का होना, लगातार खांसी या आवाज में बदलाव, अपच या निगलने में कठिनाई, आंत्र या मूत्राशय की आदतों में परिवर्तन आदि पाये जाने पर तत्काल चिकित्सक से सम्पर्क करें।

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