अन्तर्राष्ट्रीय नर्सेस दिवस पर भगवान महावीर कैंसर हॉस्पिटल में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन
अन्तर्राष्ट्रीय नर्सेस दिवस पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन
आधुनिक नर्सिंग आन्दोलन की जननी फ्लोरेन्स नाईटिंगेल को किया याद
जयपुर। 12 मई। आधुनिक नर्सिंग पेशे की जन्मदाता फ्लोरेन्स नाईटिंगेल का जन्म 12 मई, 1820 को हुआ था, इनके जन्म दिवस को पूरा विश्व, नर्सेस दिवस के रूप में मनाता है।
नर्सिंग अधीक्षक सुश्री डोना जोस ने दिलाई शपथ
कार्यक्रम में उपस्थित नर्सिंग कर्मचारियों एवं नर्सिंग कॉलेज के विद्यार्थियों को फ्लोरेन्स नाईटिंगेल के नक़्शे कदम पर चलते हुये रोगियों की सेवा करने की शपथ दिलाई।
रोगी के लिये चिकित्सक से ज्यादा नर्सिंग देखभाल अधिक महत्वपूर्ण
नर्सिंग कर्मचारियों द्वारा रोगियों को दी जा रही बेहतर सेवाओं की तारीफ करते हुये चिकित्सालय की वरिष्ठ उपाध्यक्षा श्रीमती अनिला जी कोठारी ने बताया कि किसी भी रोगी के लिए चिकित्सक से ज्यादा नर्सिंग देखभाल महत्वपूर्ण है, क्योंकि रोगी पूरे 24 घण्टे नर्सिंग कर्मचारी की निगरानी में रहता है। इसलिए रोगी की पीड़ा को चिकित्सक से ज्यादा नर्सिंग स्टॉफ बेहतर तरीके से समझते है एवं उसका निवारण तत्परता के साथ करते है।
विभिन्न कार्यक्रमों का किया आयोजन
नर्सिंग कर्मचारियों द्वारा गायन, नृत्य, नाटक, चुटकुले आदि मनोरंजन कार्यक्रमों का आयोजन कर भार-विभोर कर दिया।
फैशन शो को भी किया आयोजित
इस अवसर पर नर्सिंग कर्मचारियों ने सांस्कृतिक थीम पर रैम्प वॉक किया।
पुरस्कारों का हुआ वितरण
दिनांक 8 मई से 11 मई तक नर्सिंग कर्मचारियों के लिए बैलेन्सिग बोडी, माइन्ड एवं सोल पर पोस्टर का प्रदर्शन, नर्सिंग फाउण्डेशन पर व्याख्यान तथा प्रष्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कारों का वितरण किया गया। नर्सिंग कर्मचारियों का मनोबल बनाये रखने के लिए प्रत्येक 3 माह में सर्वश्रेष्ठ वार्ड का चयन किया जाता है। इस तिमाही में वार्ड-4 को सर्वश्रेष्ठ वार्ड का अवार्ड दिया गया।
यह हुए शामिल
कार्यक्रम में चिकित्सालय के अध्यक्ष श्री नवरतन कोठारी, वरिष्ठ उपाध्यक्षा श्रीमती अनिला कोठारी, कोषाध्यक्ष एवं अधिशाषी निदेशक डॉ. प्रेमसिंह लोढा, चिकित्सा निदेशक डॉ. (मेजर जनरल) एस.सी. पारीक आदि के साथ ही समस्त नर्सिग एवं अन्य कर्मचारी भी उपस्थित थे।
आधुनिक नर्सिंग आन्दोलन की जननी फ्लोरेन्स नाईटिंगेल को किया याद
जयपुर। 12 मई। आधुनिक नर्सिंग पेशे की जन्मदाता फ्लोरेन्स नाईटिंगेल का जन्म 12 मई, 1820 को हुआ था, इनके जन्म दिवस को पूरा विश्व, नर्सेस दिवस के रूप में मनाता है।
नर्सिंग अधीक्षक सुश्री डोना जोस ने दिलाई शपथ
कार्यक्रम में उपस्थित नर्सिंग कर्मचारियों एवं नर्सिंग कॉलेज के विद्यार्थियों को फ्लोरेन्स नाईटिंगेल के नक़्शे कदम पर चलते हुये रोगियों की सेवा करने की शपथ दिलाई।
रोगी के लिये चिकित्सक से ज्यादा नर्सिंग देखभाल अधिक महत्वपूर्ण
नर्सिंग कर्मचारियों द्वारा रोगियों को दी जा रही बेहतर सेवाओं की तारीफ करते हुये चिकित्सालय की वरिष्ठ उपाध्यक्षा श्रीमती अनिला जी कोठारी ने बताया कि किसी भी रोगी के लिए चिकित्सक से ज्यादा नर्सिंग देखभाल महत्वपूर्ण है, क्योंकि रोगी पूरे 24 घण्टे नर्सिंग कर्मचारी की निगरानी में रहता है। इसलिए रोगी की पीड़ा को चिकित्सक से ज्यादा नर्सिंग स्टॉफ बेहतर तरीके से समझते है एवं उसका निवारण तत्परता के साथ करते है।
विभिन्न कार्यक्रमों का किया आयोजन
नर्सिंग कर्मचारियों द्वारा गायन, नृत्य, नाटक, चुटकुले आदि मनोरंजन कार्यक्रमों का आयोजन कर भार-विभोर कर दिया।
फैशन शो को भी किया आयोजित
इस अवसर पर नर्सिंग कर्मचारियों ने सांस्कृतिक थीम पर रैम्प वॉक किया।
पुरस्कारों का हुआ वितरण
दिनांक 8 मई से 11 मई तक नर्सिंग कर्मचारियों के लिए बैलेन्सिग बोडी, माइन्ड एवं सोल पर पोस्टर का प्रदर्शन, नर्सिंग फाउण्डेशन पर व्याख्यान तथा प्रष्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कारों का वितरण किया गया। नर्सिंग कर्मचारियों का मनोबल बनाये रखने के लिए प्रत्येक 3 माह में सर्वश्रेष्ठ वार्ड का चयन किया जाता है। इस तिमाही में वार्ड-4 को सर्वश्रेष्ठ वार्ड का अवार्ड दिया गया।
यह हुए शामिल
कार्यक्रम में चिकित्सालय के अध्यक्ष श्री नवरतन कोठारी, वरिष्ठ उपाध्यक्षा श्रीमती अनिला कोठारी, कोषाध्यक्ष एवं अधिशाषी निदेशक डॉ. प्रेमसिंह लोढा, चिकित्सा निदेशक डॉ. (मेजर जनरल) एस.सी. पारीक आदि के साथ ही समस्त नर्सिग एवं अन्य कर्मचारी भी उपस्थित थे।
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